द्वार खडा मै जोगी बनके, प्रभु दर्शन देई रे।
आयो शरण तेरे पगमें, राख लाज हमारी रे।।
कन्हैय्या बनके माखन खाया, करके लीला दिखायों रे।
पगमे घुंगरू बांधके मीरा, सारा संसार नाची रे।।
सारे संतन को रूप दिखाया, प्रभु मनमें समाया रे।
काम क्रोध की बाधा नही, अहंकार नाश किया रे।।
कहे दत्ताजी कृपा करो, मैं लागत हु चरणो रे।
मेरा भगवान सामने खडा, सगुण रूप दिखायो रे।।
......डी सिताराम
आयो शरण तेरे पगमें, राख लाज हमारी रे।।
कन्हैय्या बनके माखन खाया, करके लीला दिखायों रे।
पगमे घुंगरू बांधके मीरा, सारा संसार नाची रे।।
सारे संतन को रूप दिखाया, प्रभु मनमें समाया रे।
काम क्रोध की बाधा नही, अहंकार नाश किया रे।।
कहे दत्ताजी कृपा करो, मैं लागत हु चरणो रे।
मेरा भगवान सामने खडा, सगुण रूप दिखायो रे।।
......डी सिताराम